कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए. छठा तरीका है की एक बिना किसी दोष का शंख लें और उसमें जल भरकर किसी लकड़ी के स्टूल पर रख दें, अपने सामने शंख रखकर निम्नलिखित मंत्र ११८८ बार उच्चारित करें – ॐ नमः रुद्राय https://www.youtube.com/@Mahavidyabaglamukhi
The Baglamukhi Diaries
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